लेखनी कहानी -01-Jun-2023 कातिल कौन
भाग 49
हीरेन की बहस से अदालत में सनसनी फैल गई । कातिल का पता चल गया । हनी सिंह जो वास्तव में मधु सिंह है , वही समीर का कातिल है । इतने समय से जो रहस्य बना हुआ था , आज वह उजागर हो गया था । जज साहब ने कहा
"कातिल हनी सिंह उर्फ मधु सिंह को अदालत में पेश किया जाये"
हीरेन ने आग्रह पूर्वक कहा "योर ऑनर, अभी हनी सिंह के प्रति जनता में बहुत आक्रोश है इसलिए उसे अदालत में लाना अभी सही नहीं होगा । अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश में कुछ कुख्यात माफियाओं की अदालत में ही हत्या कर दी गई है । ऐसी स्थिति में हनी सिंह की जान को गंभीर खतरा है । मगर अदालत यदि फिर भी चाहती है कि कातिल को यहां पेश किया जाए तो आप पुलिस को आदेश दे सकते हैं । बाकी मेरा तो निवेदन है कि अभी उसे ना बुलायें तो श्रेयस्कर होगा" ।
हीरेन की बातों में सत्यता थी । माहौल उत्तेजना पूर्ण था । कुछ भी हो सकता है । हनी सिंह को कोर्ट में लाने में जोखिम बहुत थी मगर जजों को इससे क्या लेना ? उन्हें तो अपने हुक्म की पालना होती दिखनी चाहिए बस । तो जज साहब के आदेश पर पुलिस हनी सिंह को अदालत में लाने की व्यवस्था करने लगी ।
थोड़ी देर में हनी सिंह को कड़ी सुरक्षा में अदालत में लाया गया । वास्तव में वह एक आकर्षक व्यक्तित्व का धनी था । उसके चेहरे में वो कांति थी जो सबको अपनी ओर आकर्षित कर लेती थी । उसकी आंखों में न जाने कैसी कशिश थी जो आदमी को सम्मोहित कर अपनी ओर खींच लेती थी । वह एकदम लंबा पूरा गठीला , गोरा चिट्टा नौजवान था । दाढी मूंछों से भरा उसका चेहरा उसे रौबदार बना रहा था । उसे देखकर अदालत में मौजूद कई महिलाओं के मुंह से निकल गया "हाय , कितणा सोणा मुण्डा है । इस पर तो कोई भी न्यौछावर हो सकता है । हाय मैं मर जांवा" ।
हनी सिंह ने एक निगाह अपने चारों ओर घुमाई । अब तक जो लोग हनी सिंह को फांसी देने की बात कर रहे थे वे अब कहने लगे "बेचारे की उम्र ही कितनी है ? उसका क्या दोष है ? दोष तो उन औरतों का है जिन्होंने इसे अपनी वासना पूर्ति का साधन बनाया है । इसकी तो शादी भी नहीं हुई है अभी तक । इसे फांसी पर लटकाते हुए जरा भी शर्म नहीं आएगी क्या इन लोगों को" ? तरह तरह की बातें होने लगी थीं अदालत में ।
जज साहब ने हनी सिंह की ओर देखा फिर उससे पूछा
"एक बात बताओ हनी सिंह, तुम समीर का कत्ल करके कान्ता के साथ उस घर से जब भाग गये थे तब तुम क्या वापस आये थे उस घर में ? क्योंकि जासूस महोदय ने अपनी बहस में बताया था कि तुम्हारे जूतों के आने और जाने के निशान उस घर में पाए गये थे"
हनी सिंह के चेहरे पर कोई मलाल नहीं था । उसने कम से कम चार कत्ल तो किये ही थे इसलिए उसकी संवेदनाऐं मर गई थीं । कत्ल करना उसके लिए अब कोई बड़ी बात नहीं रह गई थी । उसने सपाट चेहरे से जवाब दिया
"योर ऑनर । उस रात जब मैं पलंग पर लेटा हुआ था और सामने से अचानक एक व्यक्ति ने चाकू से आक्रमण कर दिया था तब मैं सकते में आ गया था । मैंने जैसे तैसे अपने आप को उसके आक्रमण से बचाया और हम दोनों में खूब जमकर हाथापाई हुई । इसी हाथापाई में उसके हाथ से चाकू छूट कर दूर गिर गया था । वह चाकू मेरे हाथ आ गया और मैंने अपनी रक्षा के लिए उस व्यक्ति पर उसी चाकू से दनादन कई वार किये जिससे वह आदमी मौके पर ही मर गया । इस अचानक हुए हमले और उसकी मौत से मैं बहुत घबरा गया था । मेरी समझ में नहीं आया कि वह व्यक्ति कौन था और वह मुझे क्यों मारना चाहता था ? इसलिए मैं कान्ता को साथ में लेकर उस घर से तुरंत बाहर आ गया । कान्ता को उसके घर पर छोड़ा और मैं अपने घर चला गया । तब मैं उस घटना पर विचार करने लगा और तब मुझे लगा कि मेरी उंगलियों के निशान चाकू पर लगे हुए हैं । अपने सबूत मिटाने के लिए मैंने घटनास्थल पर जाना उचित समझा ।
फिर मैं कान्ता बाई के घर गया और वहां से अनुपमा के घर की चाबी ली और उसने जो अनुपमा का पर्स चुराया था वह भी ले लिया और उसके बाद रात में ही मैं "आनंदम सोसाइटी" आ गया । वहां पर ड्यूटी पर कान्ता का पति राम किशन था । चूंकि वह मेरा बहुत अच्छा दोस्त बन गया था इसलिए उसे बातों में उलझा कर बिना रजिस्टर में एन्ट्री किए मैं सोसाइटी के अंदर चला गया और सीधा रीमा के पास आ गया ।
रीमा मुझे देखकर बहुत खुश हुई । फिर हम दोनों ने आनंद के गहरे सागर में खूब गोते लगाये । राहुल का कत्ल पहले ही हो चुका था इसलिए मैंने प्लान के अनुसार रीमा को सारी बात बता दी और उसे विश्वास दिलाया कि उस लाश को यदि राहुल की लाश घोषित कर दिया जाए और राहुल को चोरी के इरादे से उस घर में घुसना बता दिया जाए तो इससे एक पंथ दो काज हो सकते हैं । रीमा भी मेरी बात मानकर मेरा बचाव करने के लिए मेरे प्लान में सहयोग देने के लिए तैयार हो गई । तब मैंने उससे राहुल का आधार कार्ड लिया और अनुपमा के पर्स से उसका एप्पल वाला मोबाइल निकाल कर अपनी जेब में रख लिया और पर्स रीमा के घर ही छोड़ दिया जिससे पुलिस यदि रीमा के घर की तलाशी ले तो वह पर्स उसे वहां पर मिले जिससे यह सिद्ध हो जाए कि राहुल एक चोर था जिसने पहले भी अनुपमा का पर्स चुराया था और 31 मई को पुन : चोरी के इरादे से उस घर में आया था ।
तब मैं अनुपमा के घर में घुसा तो यह देखकर दंग रह गया कि उस लाश का चेहरा बुरी तरह विकृत कर दिया गया है । इसका मतलब यह था कि हमारे जाने के बाद वहां पर कोई आया था और उसने उस लाश का चेहरा विकृत कर दिया था । जिसने लाश का चेहरा विकृत किया था वह लाश की पहचान छुपाना चाहता था । उसने मेरा काम आसान कर दिया था । मैंने लाश की जेब में अनुपमा का एप्पल वाला मोबाइल फोन डाला और राहुल का आधार कार्ड एक सोफे के नीचे इस तरह फंसा दिया कि उसका थोड़ा सा हिस्सा दिखता रहे और बाकी का हिस्सा छुपा रहे । फिर मैंने अपने और कान्ता के हाथों के निशान साफ किये और घर के बाहर आ गया । मुझे इस बात की उत्सुकता थी कि लाश की पहचान छुपाने वाला व्यक्ति कौन था ? इसलिए मुझे लगा कि हो सकता है वह व्यक्ति फिर से उस मकान में आये । मैं दूर से उस मकान की निगरानी करता रहा । मेरा अनुमान सही निकला और थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि एक आदमी उस मकान में घुस रहा है । उसने ताला खोला और फिर मकान में प्रवेश किया । उसके थोड़ी देर बाद ही वह उस घर से बाहर आ गया । उसके चेहरे पर परेशानी के भाव थे ।
अगले दिन मैं यह देखने के लिए कि इस घटना में पुलिस क्या कार्यवाही कर रही है , मौके पर पहुंचकर भीड़ का हिस्सा बन गया । मुझे यह देखकर बहुत आश्चर्य हुआ कि थानेदार मंगल सिंह ही वह व्यक्ति था जो रात में उस घर में घुसा था । मैंने ही रीमा को कहा था कि उस लाश की पहचान वह राहुल के रूप में कर ले तो राहुल की मौत कन्फर्म हो जाएगी । उसे चोर बताकर कहानी आगे बढ जाएगी । पर ऐसा नहीं हुआ और थानेदार साहब ने उसे सुपारी किलर बता दिया पर मुझे इससे क्या लेना देना था । मैं तो बस इतना ही चाहता था कि जैसे तैसे करके राहुल की फाइल बंद हो जाए । मैंने अदालत की सारी कार्यवाही भी देखी है और यह जानकर बहुत खुश हुआ कि सरकारी वकील साहब ने उस कत्ल के लिए सक्षम को जिम्मेदार ठहराया दिया था । मगर इन जासूस महोदय ने मेरी सारी खुशियों पर पानी फेर दिया" । कहते कहते हनी सिंह अदालत में रोने लगा ।
श्री हरि
3.7.2022
Abhinav ji
05-Jul-2023 08:39 AM
Very nice 👍
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Hari Shanker Goyal "Hari"
05-Jul-2023 09:33 AM
🙏🙏
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Gunjan Kamal
03-Jul-2023 09:19 AM
शानदार प्रस्तुति 👌
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Hari Shanker Goyal "Hari"
04-Jul-2023 08:57 PM
🙏🙏🙏
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